
हेलो दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं कि शेअर मार्केट में इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने?
फोकस ऑन लिक्विडिटी और वोलेटिलिटी स्टॉक (Focus on Liquidity and Volatility Stocks)
लिक्विडिटी (Liquidity) :
लिक्विडिटी स्टॉक्स का अर्थ है कि किसी भी स्टॉक को जितनी आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है बिना स्टॉक के प्राइस को प्रभाव किये। मतलब जिस स्टॉक्स में बहुत सारे बायर और सेलर होते हैं जो इस स्टॉक को खरीदेने में रूचि रखते है
वोलेटिलिटी(Volatility):
वोलेटिलिटी का अर्थ है कि मार्केट मे स्टॉक का प्राइस ऊपर नीचे बहुत ज्यादा होना। स्टॉक का ऐवरेज डे ऑन वॉल्यूम एक करोड़ होना चाहिए।
इंट्राडे में ध्यान रखने वाला स्टॉक :
पहले टॉप गैनर और टॉप लूजर को आईडेंटिफाई करें जो कि NSE वेबसाइट पर उपलब्ध है इसका वर्क एंड ऑफ डे करना चाहिए। जिसमें ज्यादा वॉल्यूम हो और ब्रेकआउट स्टॉक में दिखे तो ही एंट्री लेना चाहिए।
इंट्राडे रूल :
1)सबसे पहले लिक्विडिटी स्टॉक चुने ।
2)जिसका डेली वाल्यूम 1करोड़ होना चाहिए।
3)दो स्टॉपलॉस हिट हो जाने पर आप स्क्रीन बंद कर दे।
4) रिवेंज ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए ।
5)पहले ट्रेड में प्रॉफिट इतना बन जाएगी कि हमें एक वीक में होता है तो आप स्क्रीन बंद कर दें ।और दोबारा ट्रेड न करें।
6)स्टॉप लॉस की रिस्पेक्ट हमेशा करें ।
7)Time frame 1hour,30minutes,15minute Entry 5minutes Time frame,
8) Nifty 50 या Nifty 100 के अंडर ट्रेड करें।
इन सब नियम का पालन करेंगे जो आपको एक सक्सेसफुल ट्रेडर बनाता है।
निष्कर्ष:
nivesguru.com blog से आप शेअर मार्केट का ज्ञान सीख सकते हो अगर आपको ब्लॉग अच्छा लगा तो टिप्पणी करना ना भूलें।