जानिये क्या है टेक्निकल इंडिकेटर | Technical indicators

हेलो दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि टेक्निकल इंडिकेटर का प्रयोग क्यों करते हैं

Technical indicators

Technical indicator :

टेक्निकल एनालिसिस का अभ्यास टेक्निकल इंडिकेटर की मदद से किया जाता है, कई इंडिकेटर बाजार में उपलब्ध है जिनकी मदद से आप बाजार या उसके शेअर के मोमेंटम ट्रेंड के विषय में जानकारी ले सकते हैं, कई प्रकार के इंडीकेटर की गिनती के आधार पर रचना की जाती है जिसमें अलग-अलग टाइम फ्रेम का उपयोग किया जा सकता है।

उपयोग :

  • इंडिकेटर का उपयोग विधित परिस्थिति में बाजार या किसी शेयर की किसी समय क्या स्थिति है वह जानलेने के लिए होता है.
  • जो लोग ट्रेडिंग करते हैं वह कम कम कालावधि के टाइम प्रेम के इंडिकेटर का उपयोग करके कम कालावधी के उतार-चढ़ाव होते हैं तब किसी भी स्तर पर शेयर के संदर्भ में वह टॉप पर है या बॉटम पर है या जानने के लिए किया जा सकता है।
  • इंडिकेटर की दिशा और स्थिति के आधार पर आप उस टाइम फ्रेम में खरीदी और बिक्री का संकेत भी हासिल कर सकते हैं।
  • बाजार में उपयोग के लिए कई सूचक उपलब्ध है यहां पर हमने मुख्य इंडिकेटर जो बाजार में प्रचलित है उनका  समवेश किया है।
  • जितने अधिक इंडिकेटर को आप समझ सके उतना अच्छा है परंतु आप अनेक सुचका को साथ रखकर अभ्यास करते हैं तब जटिलता बढ़ सकती है कि ऐसे मर्यादित मुख्य सूचका को साथ रखकर आप उत्तम परिणाम पा सकते हैं इतनी महारत हासिल करना जरुरी है ।

शेयर बाजार को आप युद्ध भूमि के समान मानते हो तो आपको यह समझना आवश्यक है कि किसी भी युद्ध में जीत हासिल करने के लिए आपको विशेष शस्त्रों की आवश्यकता होती है अगर ऐसे कई भी शास्त्र के बगैर आप युद्ध भूमि उतरेंगे तो आपकी हार निश्चित है उसी तरह से शेयर बाजार रूप युद्ध भूमि में लड़ने के लिए विधित सूचक शस्त्रों की तरह काम आते हैं और उनका उपयोग करने की कुशलता आपने हासिल की तो शेयर बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव रूपी युद्ध में जीत हासिल की जा सकती है।

Also Read: इंडिकेटर क्या है और यह कैसे उपयोगी है – indicator kya hai

नोट (Note) :

शेयर बाजार में सूचक और टेक्निकल एनालिसिस में सीखने जैसे दूसरे विविध विषय में कुशलता के बिना निवेश करना आने युद्ध भूमि में संरक्षण कवच और शास्त्रों के बिना लड़ने के समान है।

इंडिकेटर के प्रमुख तीन है। :

  1. रोकना
  2. सावधान करना
  3. पुष्टि करना

 इंडिकेटर का टाइम फ्रेम (indicator Time Frame) :

  • इंडिकेटर का उपयोग किसी भी टाइम फ्रेम के संदर्भ में उस प्रमाण के सेटिंग के साथ होते हुए नजर आता है।
  • मूविंग ऐवरेज और आसीलेटर के लिए यही नियम लागू होता है।
  • ट्रेंड इंडिकेटर के विषय में यह सेटिंग काम दिनों की रखनी चाहिए।

निष्कर्ष: 

इंडिकेटर के बारे में और जानकारी चाहते तो nivesguru.com ब्लॉग पढ़ते रहें। जानकारी अच्छी लेंगे तो कॉमेंट ज़रूर कीजिएगा ।

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